कभी कभी तो मुझे लगता है कि मेरी जिदंगी भी इन्हीं रेल की पटरियों जैसी है! कभी कभी तो मुझे लगता है कि मेरी जिदंगी भी इन्हीं रेल की पटरियों जैसी है!
क्या सोचा है, ज़िंदा लाश की तरह, जिए जाना क्या होता है। क्या सोचा है, ज़िंदा लाश की तरह, जिए जाना क्या होता है।
याद है तुम्हें क्या, उन लम्हों की कोशिशें करती थी जो हमारे, मिलने की साज़िशें याद है तुम्हें क्या, उन लम्हों की कोशिशें करती थी जो हमारे, मिलने की साज़िशे...
एक ज़िंदगी है और ज़िंदगी के एहसास कितने। एक ज़िंदगी है और ज़िंदगी के एहसास कितने।
जो रूसवायी थी मेरी उल्फत में तेरे क़दमों की आहट का इंतज़ार आज भी है. जो रूसवायी थी मेरी उल्फत में तेरे क़दमों की आहट का इंतज़ार आज भी है.
इश्क़ है इक आग इश्क़ है इक आग